
अयोध्या
बिटिया की शादी के लिए एक गरीब दंपत्ति ने मेहनत मजदूरी कर बैंक में 2 लाख 8 हजार एक सौ 18 रुपए जमा किए थे।जिसमें से 1 लाख 80 हजार रुपए निकल गए।इसकी जानकारी खाता धारक गरीब किसान दंपत्ति को दस माह बाद लगी। खाते से पैसा गायब होने की जानकारी मिलते ही किसान की पत्नी जसमता के होश उड़ गए।वो अपने पति के साथ बैंक ऑफ इंडिया की शाखा भेलसर के मैनेजर के पास पहुंची।पीड़ितों की शिकायत पर मैनेजर ने कहा ये पैसा बैंक से नही जनसेवा केन्द्र से निकला है।कोतवाली क्षेत्र के भेलसर निवासी पति/पत्नी संयुक्त खाताधारक हरी राम पुत्र शिवराम ने बताया कि उसने विगत तीन वर्ष से मेहनत मजदूरी कर थोड़ा थोड़ा रुपया इकट्ठा कर बैंक में पैसा जमा किया था। दिनांक 2 अगस्त 2022 को उनके खाते में कुल धनराशि 2 लाख 8,118 रुपये थी।15 दिसंबर 22 को इन्होने 4 हजार रुपये भेलसर जनसेवा केंद्र से निकाला था।5 सितंबर 2023 को किसान दंपत्ति पुनः बैंक में कुछ पैसा निकालने पहुंचा।तो बैंक खाते में महज 28 हजार रुपए होने की जानकारी मिली।इस पर किसान दंपत्ति चिन्तित हो गए।पीड़िता ने बताया उसने ये धनराशि बिटियां की शादी के लिए इकट्ठा किया था।अब हम कैसे अपनी बिटिया की शादी कर पाएंगे ये कहते रोने लगी।बैंक मैनेजर खाते का स्टेटमेंट देते हुए बताया कि आपके खाते से दस-दस हजार करके 18 बार में ये धनराशि जनसेवा केंद्र से निकाली गई है।पीड़ित ने इसकी लिखित तहरीर स्थानीय कोतवाली सहित साइबर सेल में दी है।इस बावत चौकी प्रभारी भेलसर दृवेश त्रिवेदी ने बताया कि साइबर टीम द्वारा जांच की जा रही है। ज्ञात हो कि भेलसर क्षेत्र के कई जनसेवा संचालक जो आधार से रुपया निकालते है उनके ऊपर इसी तरह उनके खाते से रुपया निकलने की शिकायत हो चुकी है।